प्रतिभा शतपथी का खंड काव्य 'शबरी' रामकथा की शबरी का नया पाठ है । भारतीय समाज शबरी को केबल एक तपस्वनी के रूप में जनता हैं जिसने राम को जुटे बेर खिलाकर मोक्ष प्राप्त किया था ।
Author: प्रतिभा शतपथी
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