हम सब हैं नीरव दर्शक

'हम सब हैं नीरव दर्शक' - मनोरमा महापात्र के ओड़िआ कविता पुस्तक 'आमे सबु नीरव दर्शक' का हिंदी भाषांतर हैं । अनुदित पुस्तक 'हम सब हैं नीरव दर्शक' कवयित्री की अपनी अस्मिता की पहचान है ।
Author: मनोरमा महापात्र
Digital (PDF)
INR 129.00
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