गोपन रहस्य - सुभाष चंद्र बोस

लेखक डॉ. बिबुधरंजन की यह ग्रन्थ १८ अगस्त १९४५ की उस तथाकथित दृघाटना और बाद के घटनाक्रम का तथ्यनिष्ठ पोस्टमोर्टम है ।
Author: डॉ. बिबुधरंजन
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क्षमता प्राप्ति की आशा न रखे हुए या कुर्सी पर बैठने की आसक्ति ना रखा कर जो दो महारथी स्वाधीनता सग्राम में उतरे थे। वे दोनों थे गांधीजी और नेताजी । पर स्वार्थी तथा क्षमतालोभी नेताओं ने उन दोनों को प्रतिदान में क्या दिए ? नेताजी को जानबूझकर कागज कलम से मार दिया । जो आज भी एक गोपन रहस्य हैं । इसी पुस्तक में हम इसी गोपन रहस्य को समझेंगे ।

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